विश्व पर्यावरण दिवस 2024 थीम: 5 जून

विश्व पर्यावरण दिवस 2024 थीम: " हमारी भूमि। हमारा भविष्य। हम #जनरेशन रिस्टोरेशन" (Our Land. Our Future. We are #GenerationRestoration.) 

प्रतिवर्ष 5 जून को पर्यावरण की रक्षा हेतु सम्पूर्ण विश्व में जागरूकता और कार्रवाई को प्रोत्साहित करने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाया जाता है।

विश्व पर्यावरण दिवस 2024 थीम

  • विश्व पर्यावरण दिवस 2024 थीम: ” हमारी भूमि। हमारा भविष्य। हम #जनरेशन रिस्टोरेशन” (Our Land. Our Future. We are #GenerationRestoration.) 
  • सऊदी अरब विश्व पर्यावरण दिवस 2024 समारोह की मेजबानी करेगा।

उद्देश्य 

  • विश्व के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना तथा साथ ही प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करना है।

 इतिहास 

  • वर्ष 1972 में पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु संयुक्त राष्ट्र ने दिवस को मनाने की घोषणा की थी।
  • पृथ्वी पर जीवन बचाने सम्बन्धी जागरूकता फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में वर्ष 1973 से प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। 
  • वर्तमान में यह प्रदूषण की समस्या पर चर्चा करने के लिए एक वैश्विक मंच बन गया है तथा 100 से अधिक देशों में इसका आयोजन किया जाता है।
  • वर्ष 2018 में भारत ने ‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’ (Beat Plastic Pollution) थीम के साथ विश्व पर्यावरण दिवस के अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम की मेज़बानी की थी।
  • वायु प्रदूषण हार्ट अटैक अथवा हृदयघात के कारण होनी वाली मौतों में से एक चौथाई मौतों तथा स्ट्रोक, श्वसन संबंधी बीमारियों, फेफड़ों के कैंसर के कारण होने वाली कुल मौतों में से एक तिहाई के लिए ज़िम्मेदार है। 
  • दुनिया भर में लगभग 92 प्रतिशत लोग दूषित हवा में सांस लेने को विवश है। वायु प्रदूषण के कारण हर साल स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर 5 ट्रिलियन डॉलर का बोझ पड़ता है।
  • सतही ओज़ोन प्रदूषण (Ground-level ozone pollution) के कारण वर्ष 2030 तक फसलों की पैदावार लगभग 26 प्रतिशत तक कम होने की आशंका है।

वायु (प्रदूषण निवारण और नियंत्रण) अधिनियम, 1981 के बारे में 

  • वायु (प्रदूषण निवारण और नियंत्रण) अधिनियम, 1981 [Air (Prevention and Control of Pollution) Act, 1981] ‘वायु प्रदूषक’ को वातावरण में मौजूद किसी भी ठोस, तरल या गैसीय पदार्थ के रूप में परिभाषित करता है, जो मनुष्य या अन्य जीवित प्राणियों या पौधों या संपत्ति या वातावरण के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • वायु (प्रदूषण निवारण और नियंत्रण) अधिनियम, 1981 में शीर्ष स्तर पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board- CPCB) की स्थापना और राज्य स्तर पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (State Pollution Control Boards-SPCB) को वायु गुणवत्ता में सुधार नियंत्रण एवं वायु प्रदूषण के उन्मूलन से संबंधित किसी भी मामले पर सरकार को सलाह देने का प्रावधान किया गया है।
  • CPCB वायु की गुणवत्ता के लिए मानक भी तय करता है तथा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को तकनीकी सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करता है।

राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (National Clean Air Programme-NCAP) के बारे में 

  • भारत ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (National Clean Air Programme-NCAP) का प्रारूप तैयार कर इसे लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य वायु गुणवत्ता निगरानी नेटवर्क को बढ़ाने के अलावा वायु प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण और उन्मूलन करना है।

भारत में विश्व पर्यावरण दिवस 

  • भारत सरकार का पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा ‘मिशन LiFE’ पर जोर देते हुए ‘विश्व पर्यावरण दिवस-2023’ मनाया गया था।
  • ग्लासगो में वर्ष 2021 में UNFCCC COP26 में विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमन्त्री द्वारा पेश किये गये मिशन LiFE का उद्देश्य व्यक्तियों को अपनी जीवन शैली में बदलाव करने के लिए प्रोत्साहित करके सतत जीवन को बढ़ावा देना है और पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए संसाधनों के जिम्मेदार औए सचेत उपयोग पर जोर देना है। 

विश्व पर्यावरण दिवस का महत्त्व 

  • यह दिवस लोगों को पर्यावरण के महत्व और उसकी सुरक्षा करने की आवश्यकता के बारे में शिक्षित करने का एक अवसर प्रदान करता है। इससे वैश्विक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है।
  • इस दिवस के माध्यम से हम लोगों को जलवायु परिवर्तन के कारणों और उसके प्रभावों के बारे में शिक्षित कर सकते हैं। साथ ही हरित गृह गैसों के उत्सर्जन को कम करने और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर प्रकाश डाला जा सकता है।
  • विश्व पर्यावरण दिवस वन्य जीवन संरक्षण की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित करता है। इससे वन्य प्राणियों के आवासों की सुरक्षा और विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी प्रजातियों के संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा मिलता है।
  • यह दिवस जल और वायु प्रदूषण के मुद्दों को भी उजागर करता है और स्वच्छ पेयजल व श्वसन योग्य वायु की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता पर बल देता है।
  • विश्व पर्यावरण दिवस पर हम पुनर्नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा आदि के उपयोग को भी बढ़ावा दे सकते हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल होते हैं।

पर्यावरण की रक्षा हेतु सम्पूर्ण विश्व में पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?

5 जून को

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