आसियान-भारत माल व्यापार समझौता संयुक्त समिति की चौथी बैठक
AITIGA (आसियान-भारत माल व्यापार समझौता) की समीक्षा के लिए संयुक्त समिति की चौथी बैठक 7-9 मई 2024 तक मलेशिया के पुत्रजया में आयोजित की गई है।
मुख्य बिंदु
- बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव श्री राजेश अग्रवाल और मलेशिया के निवेश, व्यापार और उद्योग मंत्रालय की उप महासचिव (व्यापार) सुश्री मस्तूरा अहमद मुस्तफा ने की।
- इस बैठक में भारत और सभी 10 आसियान देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
- व्यवसायों को व्यापार की दृष्टि से अधिक सुविधाजनक और लाभकारी बनाने के लिए AITIGA की समीक्षा के लिए चर्चा मई 2023 में शुरू हुई थी।
- समीक्षा कार्य करने वाली संयुक्त समिति की बैठक अब तक चार बार हो चुकी है।
- संयुक्त समिति ने अपनी पहली दो बैठकों में समीक्षा वार्ता के लिए संदर्भ की शर्तों एवं बातचीत की संरचना को अंतिम रूप दिया गया था।
- तीसरी बैठक से AITIGA की समीक्षा के लिए नई दिल्ली में 18-19 फरवरी 2024 को बातचीत शुरू की।
- समीक्षा में समझौते के विभिन्न नीतिगत क्षेत्रों के मुद्दों को हल करने के लिए कुल 8 उप-समितियों का गठन किया गया है और इनमें से 5 उप-समितियों ने अपनी चर्चा शुरू कर दी है।
- सभी 5 उप-समितियों ने चौथी एआईटीआईजीए संयुक्त समिति को अपनी चर्चाओं के परिणामों की सूचना दी।
- स्वच्छता एवं पादप स्वच्छता से संबंधित उप-समिति की बैठक पूर्व में 3 मई, 2024 को हुई थी। संयुक्त समिति ने उप-समितियों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया।
- भारत के वैश्विक व्यापार में 11 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ आसियान भारत के प्रमुख व्यापार भागीदारों में से एक है।
- वर्ष 2023-24 के दौरान द्विपक्षीय व्यापार 122.67 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा।
- AITIGA के उन्नयन से द्विपक्षीय व्यापार को और बढ़ावा मिलेगा।
- 29-31 जुलाई 2024 को पांचवीं संयुक्त समिति की बैठक के लिए इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित की गई।
आईटीआईजीए (आसियान-भारत माल व्यापार समझौता) के बारे में
- यह एक महत्वपूर्ण व्यापारिक समझौता है जिसे भारत और आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संघ) ने 2009 में हस्ताक्षर किए थे।
- यह समझौता व्यापार को आसान बनाने और व्यापारिक अवरोधों को कम करने पर केंद्रित है।
- इसके तहत भारत और आसियान देशों के बीच कई उत्पादों पर आयात शुल्क को धीरे-धीरे कम किया गया है।
- यह केवल वस्तुओं के व्यापार तक ही सीमित नहीं है बल्कि सेवाओं के व्यापार को भी कवर करता है।
- यह निवेशकों के लिए भारत और आसियान देशों में निवेश करना आसान बनाता है।
- यह व्यापार और निवेश के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देता है।
- इस समझौते का उद्देश्य भारत और आसियान देशों के बीच मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय एकीकरण को मजबूत करना है।
आसियान (Association of Southeast Asian Nations- ASEAN)
- स्थापना: 8 अगस्त,1967
- सदस्य देश: ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्याँमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम
- उद्देश्य: क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देना, सहयोग बढ़ाना।
- मुख्यालय: इंडोनेशिया,जकार्ता
- आदर्श वाक्य: ‘वन विजन, वन आइडेंटिटी, वन कम्युनिटी’
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