80वां स्टाफ कोर्स वेलिंगटन के रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज में शुरू हुआ
युद्ध में संयुक्तता और एकीकरण के लिए अंतर-सेवा दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए वेलिंगटन के रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (DSSC) में ’80वां स्टाफ कोर्स’ की शुरुआत की गई।
80वां स्टाफ कोर्स क्या है?
- 80वां स्टाफ कोर्स इस प्रकार से डिज़ाइन किया गया है कि भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के मध्य-कैरियर अधिकारियों को कुशल स्टाफ अधिकारीयों को भविष्य के सैन्य नेता बनने के लिए प्रशिक्षित किया जा सकें।
- यह कोर्स अधिकारियों को एकीकृत त्रि-सेवा वातावरण में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से अधिकारियों को एकीकृत त्रि-सेवा वातावरण में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से परिपूर्ण करता है।
- 45 सप्ताह की अवधि तक चलने वाले 80वें स्टाफ कोर्स में 26 देशों के 38 अधिकारियों सहित 480 छात्र अधिकारी भाग लेंगे। इस दौरान वे प्रत्येक सेवा के कामकाज और सामरिक और परिचालन स्तर पर युद्ध दर्शन की गहन समझ हासिल करेंगे।
मुख्य बिंदु
- DSSC के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल वीरेंद्र वत्स ने अपने संबोधन में इस बात पर प्रकाश डाला कि युद्ध की गतिशील प्रकृति और चरित्र, VUCA वर्ल्ड की विशेषताओं और DSSC कैसे छात्र अधिकारियों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाएगा।
- कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल वत्स ने सेना, नौसेना और वायु सेना के बीच तालमेल और एकीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
- उन्होंने आधुनिक युद्ध में निर्बाध सहयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक सेवा की अनूठी क्षमताओं को समझने के महत्व को रेखांकित किया।
- कमांडेंट ने छात्र अधिकारियों से अपील की कि वे उभरती प्रौद्योगिकियों और भारत के सैन्य और सुरक्षा परिदृश्य को प्रभावित करने वाले भू-राजनीतिक मुद्दों पर मजबूत समझ को विकसित करें ताकि वे सूचित निर्णय लेने और सैन्य रणनीतियों में प्रभावी रूप से योगदान करने के लिए सशक्त बन पाए।
80वें स्टाफ कोर्स ने अपनी तरह की एक नई पहल में भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और विदेशी देशों के चुनिंदा छात्र अधिकारियों के समूह के लिए विशेष रूप से तैयार पाठ्यक्रम भी पेश किया। यह पाठ्यक्रम युद्ध में संयुक्तता और एकीकरण के लिए एक सहयोगी और अंतर-सेवा दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा। इसके अलावा यह अपने करियर के इस शुरुआती चरण में अंतर-सेवा समझ और सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा।
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