आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) का 95वां स्थापना दिवस
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने 16 जुलाई, 2023 को अपना 95वां स्थापना दिवस मनाया। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला ने 95वें स्थापना और प्रौद्योगिकी दिवस का उद्घाटन किया।
डॉ. सी. सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम, एनएएससी कॉम्प्लेक्स में 16 से 18 जुलाई 2023 तक यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान कृषि में नवाचारों को प्रोत्साहित करने के लिए चालीस चयनित प्रौद्योगिकियों को भी जारी किया जाएगा और डेवलपर्स को मान्यता दी जाएगी। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और सुश्री शोभा करंदलाजे ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज की।
हर साल 16 जुलाई को आईसीएआर अपना स्थापना दिवस मनाता है। 2023 से आईसीएआर के स्थापना दिवस को ‘स्थापना एवं प्रौद्योगिकी दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी एवं उद्योग इंटरफ़ेस है। कृषि उत्पादन, गुणवत्ता और किसान की आय बढ़ाने के लिए एवं हितधारकों के लाभ के लिए विभिन्न ICAR संस्थानों द्वारा विकसित नवीन प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी में मुख्य केंद्र बिंदु टिकाऊ और जलवायु-अनुकूल कृषि है। प्रदर्शनी में चावल, गेहूं, मक्का, दालें, तिलहन, श्री अन्न (मिले ट्स) और अन्य वाणिज्यिक फसलों के लिए पर्यावरण के अनुकूल नवाचारों पर ध्यान आकर्षित किया गया है।
प्रदर्शनी के दौरान ICAR संस्थानों द्वारा विकसित व्यावसायीकरण की क्षमता वाली विभिन्न प्रकार की मशीनीकरण, सटीक खेती (प्रिसिजन फार्मिंग ) और मूल्य वर्धित उत्पादों पर भी ध्यान दिया जाएगा। आईसीएआर स्थापना और प्रौद्योगिकी दिवस कार्यक्रम में 100 से अधिक उद्योग भागीदारों (इंडस्ट्री पार्टनर्स) की भाग ले रहे हैं। 500 से अधिक किसानों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के 1000 छात्र भी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
आईसीएआर के बारे में
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की स्थापना 16 जुलाई 1929 को की गई थी। यह भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई) के तहत एक स्वायत्त संगठन है। इस स्वायत्त संगठन को रॉयल कमीशन की कृषि पर रिपोर्ट के अनुसरण में सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत किया गया था। स्थापना के समय ICAR का नाम इंपीरियल काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च था। वर्तमान में भारत में ICAR के 113 संस्थान और 75 कृषि विश्वविद्यालय है, जो कृषि विज्ञान के क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य कर रहे हैं।
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