गुरुग्राम की अरावली पर्वतीय क्षेत्र में 750 एकड़ में फैले ‘मातृ वन’ की शुरुआत एक ऐतिहासिक कदम के रूप में देखी जा रही है। यह पहल भारत सरकार के ‘एक पेड़ माँ के नाम’ कार्यक्रम के तहत लाई गई है, जिसका उद्देश्य केवल पर्यावरण संरक्षण नहीं, बल्कि सामुदायिक भागीदारी और पारिस्थितिकी की पुनर्स्थापना भी है।
उद्घाटन समारोह: हरियाली की ओर एक कदम
02 अगस्त 2025 को केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव और केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने ‘मातृ वन’ पहल का औपचारिक शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम हरियाणा वन विभाग द्वारा आयोजित वन महोत्सव 2025 के तहत हुआ।
शुभारंभ अवसर पर राज्य के अन्य वरिष्ठ नेता और अधिकारी, जैसे श्री राव नरबीर सिंह, भी मौजूद रहे।
मातृ वन का उद्देश्य और महत्त्व
“मातृ वन पूरे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लिए हृदय और फेफड़ों की तरह कार्य करेगा।”
– श्री भूपेंद्र यादव
इस पहल के प्रमुख उद्देश्य:
- अरावली क्षेत्र में स्थानीय वनस्पति को पुनर्जीवित करना
- सामुदायिक भागीदारी से वृक्षारोपण
- शहरी बाढ़, वायु प्रदूषण और जल संकट से राहत देना
- कार्बन उत्सर्जन में कमी लाना और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना
श्री मनोहर लाल ने इस अवसर पर लोगों को “वन मित्र” बनने के लिए प्रेरित किया और वनों की कटाई रोकने व अधिक वृक्षारोपण की अपील की।
थीम आधारित शहरी वन संरचना
मुख्य बिंदु:
- स्थान: गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड, अरावली क्षेत्र
- क्षेत्रफल: 750 एकड़
- वृक्षारोपण की प्रमुख प्रजातियाँ:
- पीपल, बरगद, नीम, गुल्लर, बेल, इमली, अमलताश, बांस
- अरावली की देशी झाड़ियाँ जैसे धौक, खैरी, मरोड़ फली आदि
- पीपल, बरगद, नीम, गुल्लर, बेल, इमली, अमलताश, बांस
विशेष थीम गार्डन:
- बोधि वाटिका: धार्मिक और आध्यात्मिक वृक्ष
- बम्बूसेटम: बांस के विभिन्न प्रकार
- सुगंध वाटिका और पुष्प वाटिका
- औषधीय पौधे वाटिका
- नक्षत्र वाटिका, राशि वाटिका
- तितली उद्यान, कैक्टस गार्डन
सुविधाएं व अवसंरचना
मातृ वन केवल वृक्षों तक सीमित नहीं रहेगा, इसमें पर्यावरणीय पर्यटन और लोगों की सहूलियत के लिए विशेष सुविधाएं भी होंगी:
- प्रकृति पथ व साइकिल ट्रैक
- योग स्थल व गज़ेबो
- जलाशय और सिंचाई प्रणाली
- चारों कोनों पर पार्किंग
- अरावली जंगल सफारी पार्क से भी समन्वय
सामूहिक प्रयास का प्रतीक
इस परियोजना में भागीदारी होगी:
- स्थानीय RWA, स्कूल, CSR भागीदार, NGO, MNCs, और सरकारी संगठन
- उद्देश्य है – समाज के हर वर्ग को इस हरित मिशन से जोड़ना
मातृ वन: प्रकृति माँ को समर्पण
श्री भूपेंद्र यादव ने इस पहल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण का हिस्सा बताया, जो “प्रकृति माँ” के प्रति कृतज्ञता की भावना को जाग्रत करता है। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ कार्यक्रम इसका सशक्त उदाहरण है।
उन्होंने मिशन LiFE के विभिन्न घटकों जैसे – पानी बचाओ, ऊर्जा बचाओ, अपशिष्ट प्रबंधन, और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने का आह्वान किया।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने किस राज्य में ‘मातृ वन’ पहल शुरू की है?
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल के साथ मिलकर भारत सरकार के ‘एक पेड़ माँ के नाम’ कार्यक्रम के अंतर्गत हरियाणा के गुरुग्राम में ‘मातृ वन’ पहल का शुभारम्भ किया।
निष्कर्ष
‘मातृ वन’ केवल एक परियोजना नहीं, बल्कि हरियाली की संस्कृति को पुनर्जीवित करने की एक समर्पित पहल है। यह आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ, शांत और सतत जीवन देने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।गुरुग्राम में यह हरित पहल, न केवल दिल्ली-एनसीआर को सांस लेने की जगह देगी, बल्कि भारत के लिए एक मॉडल सिटी फ़ॉर सस्टेनेबिलिटी बनने की दिशा में अग्रसर होगी।
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