PIO कार्ड कभी दुनिया भर में करोड़ों भारतीय मूल के लोगों के लिए एक बेहद अहम पहचान और सुविधा का साधन था। इससे उन्हें भारत में बिना बार-बार वीज़ा बनवाए आसानी से आना-जाना, रहना, काम करना और निवेश करने की सुविधा मिलती थी, भले ही वे किसी और देश के नागरिक हों।
हालांकि PIO कार्ड इंडिया योजना को 2015 में बंद कर दिया गया, लेकिन इसके फायदे और महत्व आज भी भारतीय प्रवासी नीति के इतिहास में दर्ज हैं। अब पूर्व PIO कार्डधारक OCI (Overseas Citizen of India) योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करते हैं, जिसमें PIO और OCI दोनों को मिलाकर एक ही योजना बना दी गई है।
इस गाइड में हम जानेंगे:
- PIO का फुल फॉर्म
- PIO कौन होता है
- PIO कार्ड क्या है
- PIO और OCI कार्ड में अंतर
- इतिहास और पृष्ठभूमि
- पात्रता और लाभ
- योजना बंद होने और बदलने की प्रक्रिया
- 2025 के नए नियम
PIO का फुल फॉर्म
PIO का फुल फॉर्म है Person of Indian Origin (भारतीय मूल का व्यक्ति)।
इसका मतलब है कोई भी विदेशी नागरिक:
- जिसने कभी भारतीय पासपोर्ट रखा हो, या
- जिसके माता-पिता, दादा-दादी, या परदादा-परदादी भारत में पैदा हुए हों और स्थायी रूप से रहते हों (Government of India Act, 1935 के अनुसार), या
- जो किसी भारतीय नागरिक या PIO का जीवनसाथी हो।
PIO कौन होता है?
भारतीय आव्रजन कानून के तहत, भारतीय मूल का व्यक्ति (PIO) वह विदेशी नागरिक है जिसका भारत से पुश्तैनी रिश्ता हो, लेकिन उसकी नागरिकता किसी और देश की हो।
PIO होने की पात्रता
- कोई भी विदेशी नागरिक (प्रतिबंधित देशों के अलावा) जिसने पहले भारतीय पासपोर्ट रखा हो।
- कोई भी व्यक्ति जिसके पूर्वज (4 पीढ़ी तक) भारत में जन्मे और रहे हों।
- भारतीय नागरिक या PIO के पति/पत्नी।
प्रतिबंधित देश (अयोग्य):
पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान, चीन और श्रीलंका के नागरिक PIO बनने के पात्र नहीं थे।
PIO कार्ड क्या है?
PIO कार्ड भारत सरकार द्वारा उन विदेशी नागरिकों को जारी किया जाने वाला विशेष यात्रा दस्तावेज़ था, जो भारतीय मूल के हों।
यह एक लॉन्ग-टर्म वीज़ा की तरह काम करता था, जिससे कार्डधारक भारत में कई बार आ-जा सकते थे, बिना हर बार नया वीज़ा लिए।
PIO कार्ड योजना का उद्देश्य
- भारतीय प्रवासियों के साथ भारत का रिश्ता मजबूत करना।
- निवेश, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना।
- इमिग्रेशन प्रक्रिया को आसान बनाना।
PIO कार्ड बनाम OCI कार्ड
| फीचर | PIO कार्ड | OCI कार्ड |
| वैधता | 15 साल | जीवनभर |
| वीज़ा प्रकार | 15 साल के लिए मल्टीपल-एंट्री वीज़ा | मल्टीपल-एंट्री, जीवनभर वीज़ा |
| FRRO रजिस्ट्रेशन | 180 दिन से ज्यादा रुकने पर जरूरी | आवश्यक नहीं |
| राजनीतिक अधिकार | नहीं | नहीं |
| रोजगार अधिकार | सीमित | अधिक |
| संपत्ति अधिकार | गैर-कृषि संपत्ति खरीद/बेच सकते थे | गैर-कृषि संपत्ति खरीद/बेच सकते हैं |
PIO कार्ड योजना का इतिहास
- 1999 – योजना की शुरुआत।
- 2002 – शिक्षा और संपत्ति अधिकार में छूट।
- 2005 – OCI कार्ड की शुरुआत।
- 2014 – प्रधानमंत्री मोदी ने PIO और OCI को मर्ज करने की घोषणा की।
- 9 जनवरी 2015 – PIO योजना का आधिकारिक रूप से अंत और OCI में विलय।
PIO कार्ड के लिए पात्रता
- पूर्व भारतीय नागरिक।
- भारतीय नागरिकों के वंशज (4 पीढ़ी तक)।
- भारतीय नागरिक या PIO के पति/पत्नी।
PIO कार्डधारकों के फायदे
- 15 साल के लिए वीज़ा-फ्री भारत प्रवेश।
- बार-बार वीज़ा आवेदन की जरूरत नहीं।
- संपत्ति अधिकार (गैर-कृषि भूमि)।
- शैक्षणिक लाभ – NRI कोटे में प्रवेश।
- व्यापार सुविधा – बैंक खाता, निवेश और व्यापार करने की अनुमति।
PIO कार्ड की सीमाएँ
- मतदान का अधिकार नहीं।
- सरकारी नौकरी में पात्रता नहीं।
- कृषि भूमि नहीं खरीद सकते।
- 180 दिन से ज्यादा रुकने पर FRRO रजिस्ट्रेशन जरूरी।
OCI PIO कार्ड क्या है?
जब सरकार ने PIO योजना को OCI योजना में मिलाया, तो सभी PIO कार्डधारकों को मुफ्त में OCI कार्ड लेने का मौका दिया गया।
OCI कार्ड के फायदे:
- जीवनभर के लिए भारत वीज़ा।
- FRRO रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं।
- NRI के समान कई सुविधाएँ (राजनीतिक अधिकार छोड़कर)।
PIO कार्ड बंद होने का कारण
9 जनवरी 2015 को गृह मंत्रालय ने PIO योजना को बंद करने की अधिसूचना जारी की।
मुख्य कारण
- वीज़ा कैटेगरी को सरल बनाना।
- OCI और PIO के बीच भ्रम खत्म करना।
- प्रवासियों के लिए भारत आना आसान बनाना।
PIO से OCI में बदलाव की प्रक्रिया
स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- OCI सेवाएँ पोर्टल पर जाएँ।
- “OCI in lieu of PIO Card” विकल्प चुनें।
- ऑनलाइन फॉर्म भरें।
- स्कैन कॉपी अपलोड करें:
- PIO कार्ड
- वैध विदेशी पासपोर्ट
- भारतीय मूल का प्रमाण
- हालिया फोटो
- PIO कार्ड
- आवेदन जमा करें और रेफरेंस नंबर सुरक्षित रखें।
- भारतीय मिशन/FRRO में वेरिफिकेशन कराएँ।
- नया OCI कार्ड प्राप्त करें।
2025 के लिए नवीनतम अपडेट
- सभी PIO कार्ड को OCI में बदलना अनिवार्य।
- PIO कार्ड अब ICAO नियमों के अनुसार वैध यात्रा दस्तावेज़ नहीं है।
- बदलाव की प्रक्रिया PIO कार्डधारकों के लिए मुफ्त है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
A: Person of Indian Origin (भारतीय मूल का व्यक्ति)।
A: एक 15 साल का मल्टीपल-एंट्री वीज़ा कार्ड जो भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों को दिया जाता था।
A: OCI जीवनभर के लिए वैध है और अधिक लाभ देता है, PIO सिर्फ 15 साल के लिए वैध था।
A: भारतीय वंश वाला विदेशी नागरिक (प्रतिबंधित देशों के अलावा)।
A: नहीं, अब इसे OCI में बदलना जरूरी है।
A: आधिकारिक OCI पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करके।
निष्कर्ष
PIO कार्ड इंडिया ने भारत और भारतीय मूल के लोगों के बीच एक मजबूत पुल का काम किया। आज यह योजना भले ही बंद हो चुकी है, लेकिन इसके फायदे OCI कार्ड के रूप में और भी व्यापक रूप में मिलते हैं।ताज़ा नियम और प्रक्रिया के लिए गृह मंत्रालय का आधिकारिक पोर्टल देखें।
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