भारत के पहले स्वदेश निर्मित 1500 हार्सपावर इंजन का पहला परीक्षण बीईएमएल मैसूर में किया गया
हाल ही में, भारत के पहले स्वदेश निर्मित 1500 हार्सपावर इंजन का पहला सफलतापूर्वक परीक्षण बीईएमएल मैसूर में किया गया है । इस अवसर पर रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरमाने ने बीईएमएल टीम द्वारा किये गये असाधारण प्रयासों को मान्यता देने के लिये ‘वॉल ऑफ फेम’ का भी उद्घाटन किया। यह देश की रक्षा क्षमताओं के आधुनिकीकरण और स्वदेशी प्रौद्योगिकीय नवाचार में नये कीर्तिमान प्राप्त करने में उनके योगदान का प्रतीक है।
स्वदेश निर्मित 1500 हार्सपावर इंजन के मुख्य बिंदु
- इस इंजन की क्षमता 1500 हॉर्सपावर है।
- यह इंजन सेना की प्रोपल्शन सिस्टम में एक नये बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। जिसमें उच्च शक्ति-के समक्ष-भार का अनुपात, उंचाई वाले स्थानों, शून्य से नीचे तापमान और रेगिस्तानों सहित कठिन परिस्थितियों में संचालन क्षमता जैसी कई अत्याधुनिक विशेषतायें शामिल हैं।
- आधुनिक तकनीक से सुसज्जित यह इंजन पूरी दुनिया में उपलब्ध सबसे आधुनिक इंजनों की बराबरी वाला है।
- इंजन का यह पहला परीक्षण प्रौद्योगिकी स्थिरीकरण पर ध्यान केन्द्रित करते हुये पहले उत्पादन के पूर्ण होने का प्रतीक है।
- दूसरे चरण के उत्पादन में बीईएमएल डीआरडीओ की प्रयोगशाला युद्धक वाहन अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान में विभिन्न परीक्षणों के लिये इंजन का उत्पादन करेगी। साथ ही उनके उपयोगकर्ता परीक्षण के लिये वास्तविक वाहनों में उन्हें लगायेगी।
- यह परियोजना 2025 के मध्य तक पूर्ण होने की संभावना है। अगस्त 2020 में शुरू इस परियोजना को पांच पड़ावों के साथ पूरी सावधानी से तैयार किया गया है। इसके सभी गुणवत्ता मानकों का पालन करते हुये इसे तय समय पर पूरा करना सुनिश्चित किया गया है।
- यह सफलता देश की रक्षा क्षमताओं में एक नये युग की शुरूआत है जो कि तकनीकी कौशल के साथ ही रक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल)
- स्थापना – मई 1964
- बीईएमएल एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है।
- मुख्यालय – बैंगलोर
FAQs
बीईएमएल मैसूर में।
मई 1964
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