‘मेरी लाइफ, मेरा स्वच्छ शहर’ अभियान क्या है?
‘मेरी लाइफ, मेरा स्वच्छ शहर’ अभियान की शुरुआत आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) के सहयोग से की।
मेरी लाइफ, मेरा स्वच्छ शहर
यह अभियान विश्व पर्यावरण दिवस तक 3 सप्ताह की अवधि के लिए शुरू किया गया, जो 15 मई 2023 से 5 जून, 2023 तक था। मेरी लाइफ, मेरा स्वच्छ शहर अभियान नागरिकों, संस्थानों, वाणिज्यिक उद्यमों आदि के लिए अप्रयुक्त या प्रयुक्त प्लास्टिक की वस्तुओं, कपड़ों, जूतों, किताबों और खिलौनों को जमा करने के वन-स्टॉप समाधान के रूप में ‘रिड्यूस, रीयूज़, रीसायकल’ (RRR) केंद्र स्थापित करने के लिए शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) को सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
नोट: रिड्यूस, रीयूज़, रीसायकल (आरआरआर) केंद्रों का राज्यवार विवरण देखने के लिए आप यहां क्लिक करें।
‘मेरी लाइफ, मेरा स्वच्छ शहर’ अभियान एसबीएम-यू 2.0 के तहत यूएलबी द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। यह एक सार्वजनिक आउटरीच और जनता को बड़े पैमाने पर संबद्ध करने से संबंधित अभियान है। भारत सरकार ने इस अभियान के लिए किसी अलग संगठन का गठन नहीं किया है। इस अभियान का उद्देश्य मिशन लाइफ के बारे में जागरूकता फैलाना और अपशिष्ट उत्पादन में कमी लाने, संसाधन संरक्षण को बढ़ावा देने और अपने रोजमर्रा के जीवन में ‘रिड्यूस, रीयूज़, रीसायकल’ (आरआरआर) को अपनाकर स्वच्छ और हरित पर्यावरण में योगदान देने के लिए नागरिकों के व्यवहार में बदलाव लाना है।
यह अभियान पद्धतियों को शहरी स्वच्छता इको-सिस्टम में एकीकृत करके चक्रीय अर्थव्यवस्था का निर्माण करने में मदद करता है। इससे अपशिष्ट में कमी आती है और संसाधनों का उपयोग अधिकतम किया जाता है, जिससे वर्तमान और भावी पीढ़ियों दोनों का कल्याण सुनिश्चित होता है।
एमओएचयूए ने इस अभियान से नागरिकों को जोड़ने के लिए घर-घर जाकर जागरूकता अभियान, सोशल मीडिया अभियान के साथ-साथ प्रभावशाली लोगों को इसमें शामिल किया है। इसके अलावा शहरी स्थानीय निकायों के लिए अभियान संबंधी दिशानिर्देश भी जारी किए हैं।
केंद्रीय मंत्री हरदीप एस पुरी ने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में ‘मेरी LiFE, मेरा स्वच्छ शहर’ अभियान की शुरुआत की थी। यह अभियान अपशिष्ट प्रबंधन की कमी, पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण (आरआरआर) अवधारणा को बढ़ावा देता है।
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