पहली स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर ‘नियोस्टैंड’
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (IIT) ने स्वदेशी तकनीक से बनी भारत की पहली स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर ‘नियोस्टैंड’ लॉन्च की है। इस व्हीलचेयर आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटि ने लॉन्च किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नियोस्टैंड व्हीलचेयर को दिव्यांगजनों के सामने आपने वाली परेशानियों को मद्देनज़र रखकर विकसित किया गया है।
स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर
- इस व्हीलचेयर के माध्यम से दिव्यांगजन लंबे समय तक बैठ सकते हैं और बिना किसी व्यक्ति की मदद लिए आराम से खड़े हो सकते हैं।
- इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर-नियोस्टैंड को आईआईटी मद्रास के सेंटर फॉर रिहैबिलिटेशन रिसर्च एंड डिवाइस डेवलपमेंट की प्रोफेसर सुजाता श्रीनिवासन की अध्यक्षता में तैयार किया गया है।
- आईआईटी मद्रास के इनक्यूबेट स्टार्टअप नियोमोशन ने इस व्हीलचेयर की कीमत 90 हजार रखी है।
क्या है नियोस्टैंड व्हीलचेयर
- यह एक कॉम्पैक्ट स्टैंडिंग व्हीलचेयर है।
- इसके मोटराइज्ड स्टैंडिंग मैकेनिज्म के लिए नेविगेशन आसान बनाया गया है।
- व्हीलचेयर पर बैठा व्यक्ति एक बटन दबा कर आसानी से खुद खड़ा हो सकता है।
नियोमोशन के बारे में
- यह R2D2 का एक स्टार्टअप है।
- इस स्टार्टअप को आईआईटी मद्रास में इनक्यूबेट किया गया है।
- NeoMotion, शारीरिक चुनौतियों वाले लोगों और बुजुर्गों के लिए जीवन-परिवर्तनकारी उत्पाद बनाता है।
- नियोमोशन का पहला उत्पाद NeoFly है, जो एक कॉम्पैक्ट, वैयक्तिकृत व्हीलचेयर है।
- इसके बाद उन्होंने NeoBolt को विकसित किया था, जो मोटर चालित व्हीलचेयर है।
- हाल ही में नियोमोशन ने भारत की पहली स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर ‘नियोस्टैंड’ का निर्माण किया।
FAQs
भारत की पहली स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर का नाम क्या है?
नियोस्टैंड व्हीलचेयर
नियोस्टैंड व्हीलचेयर को किस संस्थान ने विकसित किया है?
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास
स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्टैंडिंग व्हीलचेयर ‘नियोस्टैंड’ के निर्माण की अध्यक्षता किसने की?
प्रोफेसर सुजाता श्रीनिवासन
आईआईटी मद्रास के इनक्यूबेट स्टार्टअप का नाम, जो शारीरिक चुनौतियों वाले लोगों के लिए उत्पाद बनाता है?
नियोमोशन
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