विजिटर सम्मेलन 2023 : वर्ष 2021 के पुरस्कारों की जानकारी
राष्ट्रपति भवन में 10 और 11 जुलाई, 2023 को विजिटर सम्मेलन 2023 का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के उद्घाटन भाषण के साथ इस सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। भारत की राष्ट्रपति उच्चतर शिक्षा के 162 केंद्रीय संस्थानों की विजिटर हैं, जो इस सम्मेलन के दौरान विजिटर पुरस्कार 2021 प्रदान करेंगी।
विजिटर सम्मेलन 2023
2023 के विजिटर सम्मेलन के आरंभ होने से पहले 10 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ‘नवोन्मेषण’ , ‘अनुसंधान’ और ‘प्रौद्योगिकी विकास’ की श्रेणियों में विजिटर पुरस्कार 2021 प्रदान किए और सम्मेलन का उद्घाटन भाषण दिया। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास तथा उद्यमशीलता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी इस दिन सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
11 जुलाई, 2023 को सम्मेलन में विषयवस्तु -टिकाऊ विकास के लिए ‘शिक्षा: एक बेहतर विश्व का निर्माण करना’ पर विचार-विमर्श किया जाएगा। 5 अलग-अलग समूह एनईपी-2020 की प्राप्ति में योगदान, अंतर्राष्ट्रीयकरण प्रयास और जी-20, अनुसंधान योगदान और सम्मान, विविधता, समानता, समावेशिता तथा कल्याण, अमृत काल के लिए योजनाएं और कार्य मदें जैसे उप-विषय वस्तुओं पर चिंतन बैठक करेंगे। समापन सत्र में चिंतन बैठक में किए गए विचार-विमर्शों के परिणामों को राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
विजिटर पुरस्कार 2021 की जानकारी
- ‘नवोन्मेषण’ के लिए विजिटर पुरस्कार – दक्षिण बिहार के केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फिजिकल एंड कैमिकल साईंसेज के प्रो. वेंकेटेश सिंह को दिया गया। प्रो. वेंकेटेश सिंह को यह पुरस्कार सिलिकॉन फाइबर शीट के उपयोग के द्वारा रेसिस्टव प्लेट चैंबर के लिए इंडीजेनस चार्ज पिक-अप पैनल्स विकसित करने के लिए प्रदान किया गया।
- ‘फिजिकल साईंसेज में अनुसंधान’ के लिए विजिटर पुरस्कार – हैदराबाद विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फिजिक्स के प्रो. सुरजीत धारा को दिया गया। प्रो. सुरजीत धारा को सॉफ्ट मैटर एंड लिक्विड क्रिस्टल्स में उनके कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया गया।
- ‘जैविक विज्ञान में अनुसंधान’ के लिए विजिटर पुरस्कार – सागर के डॉ. हरिसिंह गौड विश्वविद्यालय के प्रो. मोहम्मद लतीफ खान को दिया गया। प्रो. मो. लतीफ़ खान को यह पुरस्कार वन जैव विविधता को समझने, आरईटी (रेअर, इंडैंजर्ड और थ्रेटंड) पौध प्रजातियों के पुनर्जनन तथा पूर्वी हिमालय एवं मध्य भारत में वनों के खतरे की स्थिति का आकलनों में उनके योगदान के लिए दिया गया।
- ‘प्रौद्योगिकी विकास’ के लिए विजिटर पुरस्कार – हैदराबाद विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फिजिक्स के प्रो. के.सी. जेम्स राजू को दिया गया। प्रो. के.सी. जेम्स राजू फेरोइलेक्ट्रिक थिन फिल्म्स का उपयोग करने के जरिये फ्रीक्वेंसी ट्यूनेबल माइक्रोवेव डिवाइसेज में योगदान दिया था।
- अनुसंधान के लिए विजिटर पुरस्कार – हैदराबाद विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कैमिस्ट्री के प्रो. अनुनय सामंत को दिया गया। प्रो. अनुनय सामंत ने मोलेक्यूलर सिस्टम्स और मैटेरियल्स के फोटो -एक्सटाइअेशन पर निर्मित्त अल्पजीवी रसायनिक प्रजातियों के स्पेक्ट्रोस्कोपी तथा डायनैमिक्स में योगदान दिया।
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