बैंकों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की स्थिति पर एक वर्कशॉप
हाल ही में, वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के सचिव डॉ. विवेक जोशी ने नई दिल्ली में अपनी व्याख्यान शृंखला के हिस्से के तौर पर ‘बैंकों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की स्थिति’ पर एक वर्कशॉप की अध्यक्षता की है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आयोजित वर्कशॉप के मुख्य बिंदु
- नासकॉम ने इस वर्कशॉप के दौरान बैंकों और वित्तीय संस्थानों को एआई अपनाने और जोखिम कम करने के लिए सर्वोत्तम पद्धतियों की जानकारी प्रदान की गई।
- इस वर्कशॉप का उद्देश्य एआई प्रौद्योगिकियों से जुड़ी समझ और वित्तीय सेवा उद्योग पर उनके असर को बढ़ाना है।
- इस कार्यक्रम में इंडस्ट्री के कई विशेषज्ञ शामिल हुए जिन्होंने एआई पर अपने अनुभव और विचार साझा किए।
- इस वर्कशॉप ने प्रतिभागियों के लिए बैंकिंग क्षेत्र में एआई को लागू करने के लिए विभिन्न केस स्टडीज और रणनीतियों की जानकारी वाले मंच का काम किया।
- उद्योग विशेषज्ञों ने इन बातों पर चर्चा की कि एआई का उपयोग ग्राहक सेवा को बढ़ाने, क्रेडिट के संबंध में बेहतर निर्णय लेने, धोखाधड़ी और चूक का पता लगाने, जोखिमों को शीघ्रता से प्रबंधित करने, कर्मचारी उत्पादकता और दक्षता को बढ़ावा देने के लिए कैसे किया जा सकता है।
- इस वर्कशॉप में डेटा प्रशासन, साइबर सुरक्षा, पारदर्शिता और अनुपालन के संदर्भ में एआई की उभरती चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।
नासकॉम के बारे में
- स्थापना: वर्ष 1988
- नैशनल एसोसिएशन ऑफ़ सॉफ़्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज़ (NASSCOM) भारत का प्रमुख सॉफ्टवेयर और सेवा उद्योग संघ है।
- मुख्यालय: नोएडा, उत्तर प्रदेश
- इसके लगभग 3,000 सदस्य हैं, जिनमें सॉफ्टवेयर कंपनियां, स्टार्टअप, वैश्विक परामर्शदाता और इंजीनियरिंग आर्मों शामिल हैं।
- नासकॉम का मुख्य लक्ष्य भारत को एक वैश्विक सॉफ्टवेयर हब के रूप में स्थापित करना और सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के विकास को गति देना है।
- यह संघ सदस्यों के हितों का प्रतिनिधित्व करता है, नीति आयोग के रूप में सरकार को सलाह देता है, शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाता है, और उद्योग के लिए अनुसंधान करता है।
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