77वें कान्स फिल्म महोत्सव में चिदानंद नाइक ने ला सिनेफ पुरस्कार जीता
हाल ही में, भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) के छात्र चिदानंद नाइक की फिल्म “सनफ्लॉवर वर द फर्स्ट वन्स टू नो” को फ्रांस में 77वें कान्स फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म के लिए ‘कान्स ला सिनेफ’ पुरस्कार प्रदान किया गया है।
विजेता की आधिकारिक घोषणा 23 मई, 2024 को महोत्सव में की गई जहां छात्र निदेशक चिदानंद नाइक ने पुरस्कार प्राप्त किया।
सनफ्लॉवर वर द फर्स्ट वन्स टू नो के बारे में
- “सनफ्लॉवर वर द फर्स्ट वन्स टू नो” एक बुजुर्ग महिला की कहानी है जो गांव का मुर्गा चुरा लेती है, जिससे समुदाय में अशांति फैल जाती है। मुर्गे को वापस लाने के लिए, एक भविष्यवाणी की जाती है, जिसमें बूढ़ी महिला के परिवार को निर्वासन में भेज दिया जाता है।
- फिल्म “सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट टू नो” लघु फिल्म FTII के टीवी विंग के एक वर्षीय कार्यक्रम में चार छात्रों ने विभिन्न विषयों यानी निर्देशन, इलेक्ट्रॉनिक सिनेमैटोग्राफी, संपादन, ध्वनि के रूप में एक परियोजना के लिए एक साथ काम किया।
- फिल्म का निर्देशन चिदानंद एस नाइक ने, फिल्मांकन सूरज ठाकुर ने, संपादन मनोज वी ने किया है और ध्वनि अभिषेक कदम ने दी है।
- इन छात्रों ने अपने अंतिम वर्ष के सम्मिलित अभ्यास के हिस्से के रूप में फिल्म पर काम किया और 2023 में FTII से उत्तीर्ण हुए है।
नोट:
- FTII छात्रों की एक और फिल्म ‘कैटडॉग’ के 73वें कान्स में पुरस्कार जीता था।
- 77वें कान्स फिल्म महोत्सव में विभिन्न श्रेणियों में भारत से कई प्रविष्टियाँ देखी गईं।
- FTII के कई पूर्व छात्र जैसे पायल कपाड़िया, मैसम अली, संतोष सिवन, चिदानंद एस नाइक और उनकी टीम को इस वर्ष के कान्स फिल्म महोत्सव में पहचान मिली।
चिदानंद नाइक की उपलब्धि
- यह पहली बार है कि एफटीआईआई के 1-वर्षीय टेलीविजन पाठ्यक्रम के किसी छात्र की फिल्म को प्रतिष्ठित कान्स फिल्म फेस्टिवल में चुना गया।
- वर्ष 2022 में FTII में शामिल होने से पहले, चिदानंद नाइक को 53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में 75 क्रिएटिव माइंड्स में से एक के रूप में भी चुना गया था, जो सिनेमा के क्षेत्र में उभरते युवा कलाकारों को पहचानने और सहयोग करने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय की एक पहल थी।
ला सिनेफ पुरस्कार के बारे में
- ‘ला सिनेफ़’ कान्स फिल्म महोत्सव का एक आधिकारिक खंड है।
- इसका उद्देश्य नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और दुनिया भर के फिल्म स्कूलों की फिल्मों को मान्यता देना है।
- इस वर्ष विश्वभर की 555 फिल्म स्कूलों द्वारा प्रस्तुत की गई इनमें से कुल 2,263 फिल्मे चुनी गई तथा 18 लघु फिल्मों को (14 लाइव-एक्शन और 4 एनिमेटेड) फाइनल राउंड के लिए चुना गया था।
भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) के बारे में
- स्थापना: वर्ष 1960
- FTII केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त सोसाइटी के रूप में पंजीकृत है।
- यह फिल्म निर्माण और टेलीविजन के विभिन्न विषयों में पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
- मुख्यालय: पुणे, महाराष्ट्र
FAQ
FTII के छात्र का नाम जिसने 77वें कान्स फिल्म महोत्सव में किसने ने ला सिनेफ पुरस्कार जीता?
चिदानंद नाइक
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