वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट का पदभार संभाला
25 मई 2024 को वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट का पदभार ग्रहण किया है।
वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह के बारे में
- गुरचरण सिंह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (खड़गवासला) के पूर्व छात्र रहे है जो 1 जुलाई, 1990 को भारतीय नौसेना में कमीशन प्रदान किया गया था।
- उन्होंने समुद्र और तट दोनों के कई पदों पर कार्य किया।
- उन्होंने एक तोपखाने और मिसाइल विशेषज्ञ पद के रूप में कार्य किया ,तथा भारतीय नौसेना के जहाज रंजीत और प्रहार पर कार्य किया है।
- उन्होंने (तीन स्वदेशी निर्मित युद्धपोतों) INS ब्रह्मपुत्र के गनरी ऑफिसर के रूप में, INS शिवालिक के कार्यकारी अधिकारी के रूप में, और INS कोच्चि के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में तथा साथ ही INS विद्युत और INS खुखरी की कमान भी संभाली है।
- वे INS द्रोणाचार्य (गनरी स्कूल) में प्रशिक्षक और गोवा के नेवल वॉर कॉलेज के डिप्टी कमांडेंट रह चुके हैं।
- 29 नवंबर 2022 को उन्होंने पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग का पदभार संभाला था।
- 15 जनवरी 2024 को वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नत होने पर, फ्लैग ऑफिसर को नियंत्रक कार्मिक सेवा के रूप में नियुक्त किया गया, जिसमें कर्मियों और नौसेना समुदाय की कार्य स्थिति में सुधार के लिए विभिन्न पहल की गईं।
वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह को दिए गये सम्मान
- गुरचरण सिंह को बैच में ‘प्रारंभिक प्रशिक्षण के दौरान समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान’ प्राप्त करने के लिए ‘एडमिरल कटारी ट्रॉफी’ से सम्मानित किया गया था।
- दिसंबर 2011 में INS खुखरी को समग्र परिचालन प्रभावशीलता और एंटी-पायरेसी ऑपरेशन के सफल संचालन के लिए चीफ ऑफ नेवल स्टाफ ‘यूनिट प्रशस्ति पत्र’ से सम्मानित किया गया था।
- वर्ष 2002 में एफओसी-इन-सी कमेंडेशन, वर्ष 2020 में नौसेना पदक और वर्ष 2024 में अति विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया गया है।
वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह की शैक्षणिक योग्यताएँ
- उन्होंने रक्षा और सामरिक अध्ययन में एमएससी और एमफिल किया हैं।
- डीएसएससी वेलिंगटन में स्टाफ कोर्स, नेवल वॉर कॉलेज में उच्च कमान और भारत में एनडीसी पाठ्यक्रमों में हिस्सा लिया है।
- नेशनल इंटेलिजेंस यूनिवर्सिटी (एनआईयू), वाशिंगटन में समुद्री खुफिया पाठ्यक्रम और स्टॉकहोम, स्वीडन में संयुक्त राष्ट्र स्टाफ ऑफिसर्स कोर्स (यूएनएसओसी) में भी हिस्सा लिया है।
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के बारे में
- राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, भारत की सशस्त्र सेनाओं के अधिकारियों के प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र है।
- यह खड़गवासला, पुणे में स्थित है। इसकी स्थापना 1954 में हुई थी और इसका उद्देश्य तीनों सेनाओं के अधिकारियों को संयुक्त प्रशिक्षण प्रदान करना है।
- NDA में भारतीय थल सेना, नौसेना और वायु सेना के कैडेट्स को संयुक्त रूप से प्रशिक्षित किया जाता है।
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