भारतीय नौसेना अकादमी में पासिंग आउट परेड – स्प्रिंग टर्म 2024 का आयोजन किया गया

भारतीय नौसेना अकादमी (INA), एझिमाला में 25 मई 2024 को पासिंग आउट परेड (पीओपी) - स्प्रिंग टर्म 2024 का आयोजन किया गया है। 

भारतीय नौसेना अकादमी (INA), एझिमाला में 25 मई 2024 को पासिंग आउट परेड (पीओपी) – स्प्रिंग टर्म 2024 का आयोजन किया गया है। 
स्प्रिंग टर्म 2024 का आयोजन 106वें भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम, 36 और 37 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण(विस्तारित), 38 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (नियमित) और 39 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (तटरक्षक एवं विदेशी) के लिए किया गया।

पासिंग आउट परेड – स्प्रिंग टर्म 2024 के मुख्य बिंदु 

  • वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला में स्प्रिंग टर्म 2024 की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया ।
  • 34 महिला प्रशिक्षुओं और मित्र देशों के 10 प्रशिक्षुओं सहित 216 प्रशिक्षुओं ने अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण किया, जो उनके प्रारंभिक प्रशिक्षण की पराकाष्ठा को दर्शाता है।
  • फाइटर स्क्वाड्रन ने प्रतिष्ठित चैंपियन स्क्वाड्रन बैनर प्राप्त किया, जिसे स्प्रिंग टर्म 2024 की परेड के दौरान प्रस्तुत किया गया था।
  • मिडशिपमैन पिनिंटला प्रदीप कुमार रेड्डी को मेरिट के सभी क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने लिए राष्ट्रपति का स्वर्ण पदकप्राप्त हुआ।

अन्य विजेता पदक : –

  • बीटेककोर्स के लिए सीएनएस रजत पदक – मिडशिपमैन मोहम्मद समीर।
  • आईएनएसी बीटेककोर्स के लिए एफओसी-इन-सी दक्षिण कांस्य पदक – मिडशिपमैन राहुल दर्शन सिंह शोरन।
  • एनओसी (विस्तारित) के लिए सीएनएस स्वर्ण पदक – कैडेट संधिता पटनायक।
  • एनओसी (विस्तारित) के लिए एफओसी-इन-सी दक्षिण रजत पदक – कैडेट शौर्य जामवाल।
  • कमांडेंट, एनओसी (विस्तारित) के लिए आईएनए कांस्य पदक – कैडेट सलोनी के सिंह।
  • एनओसी (पंजीकृत) के लिए सीएनएस द्वारा स्थापित स्वर्ण पदक और सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंड महिला कैडेट – कैडेट जान्हवी सिंह।
  • एनओसी (पंजीकृत) के लिए कमांडेंट रजत पदक – कैडेट सहाना एमके।
  • महानिदेशक तटरक्षक सर्वश्रेष्ठ सहायक कमांडेंट – सहायक कमांडेंट आदित्य ओझा।

भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए), एझिमाला 

  • यह भारतीय नौसेना के अधिकारियों को प्रशिक्षित करने वाली प्रमुख संस्थान है। 
  • स्थापना: वर्ष 1949 
  • भारतीय नौसेना अकादमी में प्रशिक्षु नाविकों को लगभग 4 वर्ष का व्यापक प्रशिक्षण दिया जाता है।
  • यहां नाविकों को नौसेना के विभिन्न पहलुओं जैसे समुद्री युद्ध, नौचालन, इंजीनियरिंग, समुद्री विज्ञान, भूगोल आदि पर प्रशिक्षित किया जाता है।
  • प्रमुख प्रशिक्षक को “ड्रेसिंग कप्तान” के नाम से जाना जाता है।
भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम
पाठ्यक्रमविशेष 
36 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (विस्तारित)यह लगभग 51 सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम है।इसमें समुद्री युद्ध रणनीतियों, नौसेना प्रचालन, भौगोलिक साझेदारी और मानवीय कानूनों पर गहन प्रशिक्षण शामिल है।यह नाविकों को विभिन्न स्तरों पर नौसेना संचालन और नेतृत्व के लिए तैयार करता है। प्रशिक्षण के बाद, अधिकारी स्टाफ दलों और योजना इकाइयों में नियुक्त किए जाते हैं।
37 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (विस्तारित)यह भी लगभग 51 सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम है।इसमें नौसैनिक इंजीनियरिंग, रखरखाव प्रबंधन, समुद्री सुरक्षा और भौतिक योजना पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यह वरिष्ठ इंजीनियरों और तकनीकी अधिकारियों को उनके क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त करने में मदद करता है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद, अधिकारियों को विभिन्न तकनीकी दलों, डॉकयार्ड और नौसेना बेड़े में नियुक्त किया जाता है।
38 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (नियमित)यह पहला एनओसी पाठ्यक्रम है जो 44 सप्ताह की बढ़ी हुई प्रशिक्षण अवधि का पाठ्यक्रम है और कार्यकारी शाखा में 05 महिला अधिकारी शामिल है।
39 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (तटरक्षक एवं विदेशी)
भारतीय नौसेना द्वारा भारत के तटरक्षक बल और विदेशी नौसेनाओं के अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के तहत भारतीय नौसेना के संचालन, दर्शन और प्रशिक्षण पद्धतियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है।भारतीय नौसेना की विभिन्न तकनीकों, संगठनात्मक ढाँचे और प्रबंधन तरीकों पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।इसमें समुद्री युद्धक्षेत्र और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीतियों का अध्ययन शामिल है।

हाल ही में भारतीय नौसेना अकादमी में पासिंग आउट परेड – स्प्रिंग टर्म 2024 का आयोजन कहाँ किया गया?

एझिमाला में

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