डीएसटी ने किया स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान का शुभांरभ

17 सितंबर, 2024 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान का शुभांरभ किया।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने 17 सितंबर, 2024 को स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान का शुभांरभ किया। डीएसटी द्वारा इस अभियान को शुरू करने का उद्देश्य स्वच्छता और सफाई के प्रति प्रतिबद्ता के विचार को बढ़ावा देना है।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान डिपार्टमेंट के समस्त भवनों, स्वायत्तशासी संस्थाओं तथा देश भर में विभाग के अधीनस्थ कार्यालयों में शुरू किया गया।

स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान पर डीएसटी की प्रमुख गतिविधियां

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव ने स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छ एवं अपशिष्ट मुक्त भारत के निर्माण के लिए शपथ दिलाई। स्वच्छता जागरुकता का सृजन करने के इस संबंध में विभाग के कुल 395 अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने शपथ ली।
  • इनके अलावा डीएसटी के सभी 26 स्वायत्तशासी संस्थाओं के कुल 2957 कर्मचारियों और अधीनस्थ कार्यालयों के 2549 कर्मचारियों ने भी स्‍वच्‍छता और सफाई के प्रति शपथ ली।
  • इस शपथ द्वारा अभियान के लक्ष्‍यों के प्रति प्रतिबद्धता और अभियान को अधिक विस्‍तृत तथा गहन बनाने पर बल दिया गया।
  • 17 और 18 सितंबर, 2024 को विभिन्‍न राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों के छात्रों के लिए “मेरे सपनों का स्‍वच्‍छ भारत” विषय पर एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।

आगामी आयोजन

  • प्रौद्योगिकी भवन के निकट स्थित सरकारी विद्यालयों में 20 से 30 सितंबर, 2024 तक “स्‍वच्‍छता और इसका स्‍वास्‍थ्‍य पर प्रभाव” विषय पर व्‍याख्‍यान – जागरूकता सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
  • इसके अलावा 26 सितंबर, 2024 को डीएसटी के स्‍वच्‍छता कर्मिकों के लिए एक रोगनिरोधी स्‍वास्‍थ्‍य शिविर का आयोजन किया जाएगा।
  • इस शिविर में विभाग के 104 स्‍वच्‍छता कर्मिकों को सुरक्षात्‍मक तथा स्‍वच्‍छता संबंधी उपकरण प्रदान किए जाएंगे।

FAQs

डीएसटी की स्थापना कब की गई?

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की स्थापना 3 मई 1971 को की गई।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का मुख्यालय कहाँ स्थित है?

राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में डीएसटी का मुख्यालय है।

वर्तमान में डीएसटी विभाग के उत्तरदायी मंत्री कौन है?

डॉ. हर्षवर्धन गोयल।

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