4 साल से विश्व की सबसे प्रदूषित राजधानी ‘नई दिल्ली’
स्विस संगठन IQAir द्वारा जारी रिपोर्ट में वायु गुणवत्ता 2023 की श्रेणी में नई दिल्ली ने सबसे खराब स्कोर हासिल किया। इसके साथ नई दिल्ली लगातार चौथे साल विश्व की सबसे प्रदूषित राजधानी बनी है।
प्रदूषित राजधानी नई दिल्ली की वायु गुणवत्ता
- वायु गुणवत्ता सूची में दिल्ली को वर्ष 2018 के बाद से लगातार 4 वर्ष से दुनिया की सबसे अधिक प्रदूषित राजधानी का दर्जा प्राप्त हुआ है।
- स्विस संगठन आईक्यू एयर की रिपोर्ट 2023 के अनुसार दिल्ली में हवा का पी एम टू प्वाइंट फाइव स्तर 92 दशमलव सात माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर है।
- आईक्यू एयर की रिपोर्ट 2022 में दिल्ली में हवा का PM 2.5 स्तर 2022 के प्रति घनमीटर 89 दशमलव एक माइक्रोग्राम था।
- पिछले एक वर्ष में यह स्तर प्रति घनमीटर -3 दशमलव 6 माइक्रोग्राम तक बिगड़ गया है।
भारत बना तीसरी सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाला देश
वायु गुणवत्ता के मामले में औसत वार्षिक PM2.5 प्रति घनमीटर 54.4 माइक्रोग्राम स्तर के साथ भारत 134 देशों में से बांग्लादेश और पाकिस्तान के बाद तीसरे स्थान पर है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि 2023 में भारत में लगभग 100 करोड़ लोगों ने पी एम टू प्वाइंट फाइव हवा के स्तर का अनुभव किया है। पिछले वर्ष देश में हवा का यह स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित वार्षिक प्रति घनमीटर पांच माइक्रोग्राम हवा के स्तर से अधिक था। वहीं बांग्लादेश की औसत वार्षिक PM2.5 सांद्रता 79.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पाकिस्तान की 73.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। 2022 की रिपोर्ट में भारत PM2.5 सांद्रता 53.3 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के साथ आठवां सबसे प्रदूषित देश था।
भारत के अन्य राज्यों की स्थिति
IQAir 2023 रिपोर्ट के अनुसार बिहार का बेगुसराय विश्व का सबसे प्रदूषित शहरीय क्षेत्र है। बेगुसराय की वायु गुणवत्ता PM2.5 सांद्रता 118.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। पिछले वर्ष की रिपोर्ट में रैंकिंग से बाहर रहने वाला बेगुसराय इस वर्ष वैश्विक स्तर पर सबसे प्रदूषित शहरीय क्षेत्र बना है। भारत के अन्य शहरों को देखा जाए तो 66 प्रतिशत से अधिक शहरों में पीएम सांद्रता वार्षिक औसत 35 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक है।
FAQs
नई दिल्ली।
92 दशमलव सात माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर।
तीसरे।
बेगुसराय, बिहार।
इस लेख को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।