माधु बाबू पेंशन योजना: विशेषताएं और नई सूची
माधु बाबू पेंशन योजना (एमबीपीवाई) भारतीय राज्य ओडिशा में शुरू की गई एक पेंशन योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य में निराश्रित, बुजुर्ग और विकलांग व्यक्तियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना ओडिशा के मुख्यमंत्री द्वारा 1 जनवरी 2008 से दो पेंशन योजनाओं अर्थात् संशोधित वृद्धावस्था पेंशन नियम, 1989 और विकलांगता पेंशन नियम, 1985 का विलय करके शुरू की गई थी।
एमबीपीवाई उन लोगों के लिए है जिनके पास कोई आय का स्रोत नहीं है और जिन्हें पारिवारिक समर्थन भी नहीं मिल रहा है। यह योजना समाज के कमजोर वर्गों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई है।
माधु बाबू पेंशन योजना की मुख्य विशेषताएं:
पात्रता मानदंड:
- आवेदक की आयु 60 वर्ष या अधिक होनी चाहिए।
- कोई स्थायी आय का स्रोत नहीं होना चाहिए।
- कोई संपत्ति नहीं होनी चाहिए।
- कोई परिवारिक समर्थन नहीं होना चाहिए।
लाभार्थी का चयन:
- लाभार्थियों का चयन ग्राम पंचायत या नगर निगम द्वारा किया जाता है।
- चयन प्रक्रिया में आवेदक की आर्थिक स्थिति, परिवारिक स्थिति और अन्य संबंधित कारकों पर विचार किया जाता है।
लाभ:
- लाभार्थियों को प्रति माह एक निश्चित राशि दी जाती है, जिसकी राशि राज्य से राज्य में भिन्न होती है।
- कुछ राज्यों में इसे वृद्धावस्था पेंशन, वरिष्ठ नागरिक पेंशन या गरीबी रेखा से नीचे पेंशन के नाम से जाना जाता है।
वित्त पोषित :
- योजना केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा समान रूप से वित्त पोषित की जाती है।
- केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर राज्य सरकारें लाभार्थियों की पहचान करती हैं।
माधु बाबू पेंशन योजना नई सूची
- नई सूची में लाभार्थियों की संख्या और उनके नाम शामिल होते हैं।
- यह सूची समय-समय पर अपडेट की जाती है, क्योंकि नए लाभार्थी जुड़ते हैं और कुछ लाभार्थी योजना से बाहर हो जाते हैं।
- नई सूची के साथ पुरानी सूची को भी अपडेट किया जाता है ताकि किसी भी त्रुटि या दोहराव से बचा जा सके।
- इस योजना के तहत, 60 से 79 वर्ष की आयु के लाभार्थियों को 500 रुपये की मासिक पेंशन मिलेगी, जबकि 80 और उससे अधिक आयु के लाभार्थियों को 700 रुपये प्रति माह मिलेगी।
- यह सहायता उनके भरण-पोषण और बुनियादी जरूरतों के लिए महत्वपूर्ण है। पेंशन का वितरण हर महीने की 15 तारीख को होता है, जिसे जन सेवा दिवस के रूप में जाना जाता है, 100 रुपये मूल्यवर्ग के रूप में।
60 से 79 वर्ष की आयु के लाभार्थियों को 500 रुपये 80 और उससे अधिक आयु के लाभार्थियों को 700 रुपये प्रति माह मिलेगी।
हर महीने की 15 तारीख को होता है, जिसे जन सेवा दिवस के रूप में जाना जाता है।
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