सेमीकॉन इंडिया 2023

'सेमीकॉन इंडिया-2023' का आयोजन इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) द्वारा उद्योग और उद्योग संघों के साथ साझेदारी में किया गया। 

‘सेमीकॉन इंडिया’ प्रदर्शनी -सह- सम्मेलन 28 से 30 जुलाई, 2023 तक गाँधीनगर, गुजरात में आयोजित किया गया था। ‘सेमीकॉन इंडिया-2023’ का आयोजन इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) द्वारा उद्योग और उद्योग संघों के साथ साझेदारी में किया गया। 

इसका उद्देश्य भारत को सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाना है जो भारत सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

थीम: भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करना (Catalysing India’s Semiconductor Ecosystem)

सम्मेलन की मुख्य बातें

  • इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (Meity) ने भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु के सेंटर फॉर नैनो साइंस एंड इंजीनियरिंग (CeNSE) और लैम रिसर्च इंडिया के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
  • लैम रिसर्च इंडिया अभिनव वेफर निर्माण उपकरण का एक प्रसिद्ध आपूर्तिकर्ता है।
  • इस सहकार्यता का मुख्य उद्देश्य संयुक्त रूप से भारतीय विश्वविद्यालयों के लिए एक अनुकूलित पाठ्यक्रम विकसित करना है जो सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन तकनीक सिखाने के लिए समर्पित है। यह लैम रिसर्च के अत्याधुनिक सेमीवर्स सॉल्यूशंस वर्चुअल फैब्रिकेशन सॉफ्टवेयर SEMulator3D का उपयोग करेगा।
  • यह सहकार्यता ISM के सेमीकॉन इंडिया के दो संस्करणों के सफल निष्पादन पर आधारित होगा और एंड-टू-एंड सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम में हितधारकों को एक साथ लाने की SEMI की परंपरा को जारी रखेगा।
  • सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) ने आर्म फ्लेक्सिबल एक्सेस फॉर स्टार्टअप्स प्रोग्राम के माध्यम से भारत में सेमीकंडक्टर स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने के लिए दुनिया की अग्रणी सेमीकंडक्टर IP कंपनी आर्म (Arm) के साथ साझेदारी की घोषणा की। सेमीकंडक्टर डिज़ाइन में शामिल दो स्टार्टअप / MSME को सेमीकॉन इंडिया फ्यूचरडिज़ाइन DLI योजना में भागीदार के रूप में घोषित किया गया। इनमें से एक चेन्नई में स्थित अहिसा डिजिटल इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड (aheesa) है। अहिसा टेलीकॉम, नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा डोमेन पर केंद्रित है। दूसरा बेंगलुरु में स्थित स्टार्टअप कैलिगो टेक्नोलॉजीज है, यह HPC, बिग डेटा और AI /ML सेगमेंट में वैश्विक कंपनियों को सेवा प्रदान करता है।
  • सेमीकंडक्टर मेमोरी क्षेत्र में विश्व की अग्रणी कंपनी माइक्रोन ने अहमदाबाद जिले के सानंद में सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधा स्थापित करने के लिए भारत में 2.75 बिलियन डॉलर के अपने पहले निवेश की घोषणा की है। 
  • सेमीकॉन इंडिया के तहत्, भारत में 30 से अधिक सेमीकंडक्टर डिज़ाइन स्टार्ट-अप स्थापित किये गये हैं। पाँच स्टार्ट-अप को पहले ही सरकारी वित्तीय सहायता मिल चुकी है और अन्य 25 स्टार्ट-अप का मूल्यांकन नेक्स्टजेन उत्पादों और उपकरणों के प्रस्तावों के लिए किया जा रहा है।
  • सेमीकॉन इंडिया-2023 में प्रमुख टेक कंपनी AMD ने घोषणा की है कि वह बेंगलुरु में अपना सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र स्थापित करने के लिए अगले पाँच वर्षों में $400 मिलियन का निवेश करेगा और अपनी बेंगलुरु सुविधा में 3,000 इंजीनियरों को नियुक्त करेगा।

सेमीकंडक्टर के बारे में

  • सेमीकंडक्टर (अर्धचालक) एक ऐसा पदार्थ है जिसकी विद्युत चालकता एक कंडक्टर (जैसे ताँबा या एल्यूमीनियम) से कम तथा एक इन्सुलेटर (जैसे रबर या ग्लास) से अधिक होती है। यह आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स का एक महत्त्वपूर्ण घटक है जो विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।
  • सेमीकंडक्टर में करंट और वोल्टेज हैंडलिंग क्षमताओं की एक विस्तृत श्रृंखला है और वे खुद को जटिल लेकिन आसानी से निर्माण योग्य माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक सर्किट में एकीकृत करने में सक्षम है।

अर्धचालक सामग्री

  • सिलिकॉन (Si)
  • जर्मेनियम (Ge)
  • टिन (Sn) सेलेनियम (Se) टेल्यूरियम (Te)

चालकता

  • अर्धचालक की चालकता को डोपिंग नामक प्रक्रिया के माध्यम से अशुद्धियाँ डालकर नियंत्रित या संशोधित किया जा सकता है। यह गुण अर्धचालकों को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक घटकों और उपकरणों में उपयोग के लिए सक्षम बनाता है।

सेमीकंडक्टर के अनुप्रयोग

  • इंटीग्रेटेड सर्किट (IC)ER
  • ट्रांजिस्टर
  • डायोड
  • सोलर सेल
  • प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED)
  • सेंसर
  • माइक्रोप्रोसेसर और सीपीयू
  • मेमोरी डिवाइस
  • बिजली के इलेक्ट्रॉनिक्स
  • संचार उपकरण

इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM)

  • इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) को डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के भीतर एक स्वतंत्र व्यापार प्रभाग के रूप में स्थापित किया गया है, जिसमें सेमीकंडक्टर विकसित करने तथा विनिर्माण सुविधाओं और सेमीकंडक्टर डिजाइन ईकोसिस्टम को प्रदर्शित करने के लिए भारत की दीर्घकालिक रणनीतियों को तैयार करने और चलाने के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वायत्तता है।
  • ISM सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम के कुशल, सुसंगत और सुचारू कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगा।

सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम

  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वर्ष 2021 में एक स्थायी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ईकोसिस्टम के विकास के लिए 76,000 करोड़ रुपये के वित्तीय परिव्यय के साथ व्यापक सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम को मंजूरी दी थी।
  • कार्यक्रम का उद्देश्य अर्धचालक, प्रदर्शन विनिर्माण और डिजाइन ईकोसिस्टम में निवेश करने वाली कंपनियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स मूल्य श्रृंखलाओं में भारत की बढ़ती उपस्थिति का मार्ग प्रशस्त करेगा।

सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम के तहत् 4 योजनाएँ शुरू की गयी है: 

  1. भारत में सेमीकंडक्टर फैब्स (Fabs) की स्थापना हेतु योजना।
  2. भारत में डिस्प्ले फैब्स (Fabs) की स्थापना हेतु योजना 
  3. भारत में कंपाउंड सेमीकंडक्टर/सिलिकॉन फोटोनिक्स / सेंसर फैब और सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग (ATMP) सुविधाएँ स्थापित करने की योजना । 
  4. डिज़ाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) योजना।
  • DLI योजना का लक्ष्य पाँच वर्षों की अवधि में डिज़ाइन इंटीग्रेटेड सर्किट (IC), चिपसेट, सिस्टम ऑन चिप्स (SoCs), सिस्टम और आईपी कोर और सेमीकंडक्टर लिंक्ड के लिए सेमीकंडक्टर डिजाइन के विकास और तैनाती के विभिन्न चरणों में वित्तीय प्रोत्साहन के साथ-साथ डिजाइन बुनियादी ढाँचे का समर्थन प्रदान करना है।
  • DLI योजना C-DAC द्वारा कार्यान्वित की जाती है। DLI योजना के तहत् समर्थित कंपनियों को चिप डिजाइन और निर्माण सेवाएँ प्रदान करने के लिए C-DAC सेंटर के रूप में C-DAC में चिपआईएन केंद्र स्थापित किया गया है।
  • DLI योजना के तहत् 7 स्टार्ट-अप ऑटोमोटिव मोबिलिटी और कंप्यूटिंग क्षेत्रों के लिए चिप और आईपी कोर बनाने पर काम करेंगे।

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