भारतीय वायु सेना ने पैन इंडिया आपातकालीन लैंडिंग सुविधा का संचालन किया
हाल ही में, भारतीय वायु सेना (IAF) के चल रहे अभ्यास गगन शक्ति-24 के एक भाग के रूप में, विमानों ने कश्मीर घाटी के उत्तरी क्षेत्र में आपातकालीन लैंडिंग सुविधा (ELF) का संचालन किया।
आपातकालीन लैंडिंग सुविधा का संचालन
- इस दौरान सैनिकों को एयरलिफ्ट किया गया और चिनूक, एमआई-17 वी5 और एएलएच एमके-III हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके हवाई लैंडिंग की गई।
- भारतीय वायुसेना अन्य क्षेत्रों में आपातकालीन लैंडिंग सुविधा को सक्रिय करने के लिए राज्य सरकारों के प्रशासन के साथ समन्वय करके अभ्यास की योजना बनाई जाएगी।
- भारतीय वायु सेना के विभिन्न फिक्स्ड और रोटरी विंग प्लेटफ़ॉर्म इन आपातकालीन लैंडिंग सुविधा पर समन्वित लैंडिंग और संचालन करेंगे।
- संपूर्ण राष्ट्र-दृष्टिकोण (WNA) को नियोजित करने वाले नागरिक प्रशासन के साथ कुशल योजना और समन्वय की आवश्यकता होगी।
- आपातकालीन लैंडिंग सुविधा ऑपरेशन भारतीय वायुसेना के विमानों को ऐसी प्रतिबंधित लैंडिंग सतहों से संचालन करने का अवसर प्रदान करते हैं।
- प्राकृतिक आपदाओं के समय सहायता और राहत प्रदान करने के लिए आपदा राहत कार्यों में मानवीय सहायता में भी सक्षम होते हैं।
भारतीय वायु सेना (Indian Air Force – IAF) के बारे में
- भारत की तीन सशस्त्र सेनाओं में से एक है। यह भारत की हवाई शक्ति का प्रमुख घटक है और देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- स्थापना: भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को की गई थी।
- संरचना: IAF में तीन कमान (Command) हैं – वायु कमान, वायु प्रशिक्षण कमान और लोजिस्टिक कमान।
- कार्यक्षेत्र: IAF की जिम्मेदारियों में राष्ट्रीय सुरक्षा, युद्ध में हवाई शक्ति का उपयोग, खोज-बचाव अभियान शामिल हैं।
- उपलब्धियाँ: IAF ने कई युद्धों और संघर्षों में देश की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह देश के वायु प्रभुत्व को बनाए रखने में सक्षम है।
- प्रौद्योगिकी: IAF अत्याधुनिक विमानों, हथियारों और प्रौद्योगिकी से लैस है।
भारतीय वायु सेना (IAF) की स्थापना कब की गई ?
8 अक्टूबर 1932
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