अंतर्राष्ट्रीय बाल संरक्षण दिवस: 01 जून 2024
- प्रतिवर्ष 1 जून को अंतर्राष्ट्रीय बाल संरक्षण दिवस का आयोजन किया जाता है।
- इसका उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना है।
अंतर्राष्ट्रीय बाल संरक्षण दिवस का इतिहास
- सर्वप्रथम वर्ष 1949 में रूस में अंतर्राष्ट्रीय बाल संरक्षण दिवस का आयोजन किया गया था, जिसका निर्णय मॉस्को में अंतर्राष्ट्रीय महिला लोकतांत्रिक संघ की एक विशेष बैठक में लिया गया था।
- 1 जून, 1950 को विश्व के 51 देशों में अंतर्राष्ट्रीय बाल संरक्षण दिवस पहली बार मनाया गया था।
- इस दिन बच्चों को उपहार प्रदान किए जाते हैं तथा उनके लिए विशेष समारोहों का आयोजन किया जाता है।
- वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में करीब 43 लाख से ज्यादा बच्चे बाल मजदूरी करते हैं।
- यूनिसेफ के अनुसार विश्व के कुल बाल मजदूरों में 12 फीसदी की हिस्सेदारी अकेले भारत की है।
- सम्पूर्ण विश्व में बाल श्रम की क्रूरता को समाप्त करने के लिए प्रतिवर्ष 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है।
महत्त्व
- अंतर्राष्ट्रीय बाल संरक्षण दिवस बच्चों के साथ होने वाले शोषण, हिंसा, बाल विवाह और बाल श्रम जैसी समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। यह समाज को इन मुद्दों पर सोचने और कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करता है
- यह बच्चों के मूलभूत अधिकारों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, भोजन और सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डालता है। यह सरकारों और संगठनों को इन अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रेरित करता है।
- इस दिवस के आसपास बच्चों से संबंधित कानूनों और नीतियों पर विचार-विमर्श होता है। यह नए कानूनों और नीतियों को बनाने या मौजूदा को मजबूत करने में मदद करता है।
- यह दिवस विभिन्न देशों, संगठनों और व्यक्तियों को बच्चों के हितों के लिए एकजुट होने का अवसर देता है। यह वैश्विक स्तर पर समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देता है।
- यह बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनके भविष्य पर ध्यान केंद्रित करता है। यह समाज को बच्चों के प्रति अधिक संवेदनशील और उत्तरदायी बनाता है।
अंतर्राष्ट्रीय बाल संरक्षण दिवस का आयोजन कब किया जाता है?
1 जून
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